मेथी उगाने का सही तरीका सर्दी में

मेथी उगाने का सही तरीका – मेथी एक ऐसी हरी पत्तेदार सब्जी है जो स्वाद और सेहत दोनों में बेहतरीन मानी जाती है। भारत में सर्दियों के मौसम में इसकी मांग बहुत बढ़ जाती है। यह ठंडे मौसम में अच्छी तरह बढ़ती है और खेतों के साथ-साथ गमलों या बालकनी में भी आसानी से उगाई […]

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गाजर की खेती सर्दी में कैसे करें

गाजर की खेती सर्दी में कैसे करें – गाजर एक ऐसी सब्ज़ी है जो सर्दी के मौसम में सबसे ज़्यादा पसंद की जाती है। इसका उपयोग सलाद, जूस, अचार और मिठाई (गाजर का हलवा) तक में किया जाता है। पोषक तत्वों से भरपूर यह फसल न सिर्फ स्वाद में अच्छी होती है बल्कि इसमें विटामिन

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मिश्रित खेती की पारंपरिक पद्धति

मिश्रित खेती – भारत की खेती सदियों से प्रकृति के साथ तालमेल बैठाकर की जाती रही है। हमारे पूर्वजों ने अनुभव और परंपरा के आधार पर ऐसे कई कृषि अभ्यास विकसित किए, जिनका आज विज्ञान भी समर्थन करता है। मिश्रित खेती (Intercropping) इन्हीं पारंपरिक तरीकों में से एक है। मिश्रित खेती का अर्थ है –

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कृषि में फसल चक्र का महत्व

कृषि में फसल चक्र – भारत एक कृषि प्रधान देश है, जहाँ खेती केवल अन्न उत्पादन का साधन नहीं बल्कि जीवन और संस्कृति का हिस्सा है। खेती की सफलता मिट्टी, जल, बीज और किसान की मेहनत पर निर्भर करती है। लेकिन इन सबमें सबसे अहम पहलू है — फसल प्रबंधन। यदि फसल का चुनाव और

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मिट्टी की उर्वरता बढ़ाने के देसी उपाय

मिट्टी की उर्वरता – कृषि किसी भी देश की रीढ़ होती है और भारत जैसे कृषि प्रधान देश में इसका महत्व और भी बढ़ जाता है। खेती की सफलता पूरी तरह से मिट्टी की गुणवत्ता और उसकी उर्वरता पर निर्भर करती है। मिट्टी केवल पौधों को सहारा देने का माध्यम नहीं है, बल्कि यह पौधों

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पारंपरिक धान रोपाई की विधि : एक विस्तृत अध्ययन

भारत एक कृषि प्रधान देश है, जहाँ सदियों से धान (चावल) को प्रमुख अन्न के रूप में उगाया जाता है। धान की खेती हमारे सामाजिक, सांस्कृतिक और आर्थिक जीवन का अभिन्न हिस्सा रही है। विशेषकर ग्रामीण जीवन में धान की खेती केवल भोजन की आवश्यकता पूरी करने का साधन नहीं है, बल्कि यह किसानों की

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देसी कीटनाशक से फसल की सुरक्षा

देसी कीटनाशक – खेती भारत की आत्मा मानी जाती है और किसान इसका जीवनदाता। जब हम खेती की बात करते हैं तो सबसे बड़ी चुनौती फसल को सुरक्षित रखना होती है। आज के समय में जहाँ रासायनिक कीटनाशक (Chemical Pesticides) का उपयोग तेज़ी से बढ़ा है, वहीं इसके दुष्प्रभाव भी सामने आ रहे हैं। रसायनों

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वर्षा आधारित खेती की चुनौतियाँ और फायदे

वर्षा आधारित खेती – भारत एक कृषि प्रधान देश है, जहाँ की लगभग 60% जनसंख्या प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से खेती-किसानी से जुड़ी हुई है। भारतीय कृषि व्यवस्था की नींव हजारों वर्षों पुरानी है और इसमें प्राकृतिक संसाधनों की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। खेती के लिए सबसे महत्वपूर्ण संसाधन है पानी। सिंचाई के साधन विकसित

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पुराने जमाने के सिंचाई के तरीके

सिंचाई के तरीके – भारत कृषि प्रधान देश है और यहाँ की सभ्यता व संस्कृति खेती-किसानी से गहराई से जुड़ी रही है। खेती की आत्मा है – पानी। बिना पानी के कृषि असंभव है। आधुनिक समय में जहाँ नहरें, डैम और ट्यूबवेल ने खेती को आसान बनाया है, वहीं प्राचीन काल में किसान अपने श्रम,

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खेती में बैल और पशुओं की भूमिका

खेती में बैल और पशुओं की भूमिका – भारत की पहचान कृषि प्रधान देश के रूप में होती है। हजारों सालों से यहाँ की सभ्यता और संस्कृति खेती-किसानी पर आधारित रही है। आधुनिक मशीनों और तकनीकों के आने से पहले खेती का लगभग पूरा काम पशुओं पर निर्भर था। बैल, घोड़े, ऊँट, भैंस और यहाँ

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